निबंधिनीसाधन सदन, 1962 - 202 páginas |
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... सभी के लिए सब देशों में समान है । जीवन की नश्वरता तथा अपूर्णता का अनुभव सभी करते हैं , और इसका मर्म जानने के लिए सभी उत्सुक भी रहते ...
... सभी के लिए सब देशों में समान है । जीवन की नश्वरता तथा अपूर्णता का अनुभव सभी करते हैं , और इसका मर्म जानने के लिए सभी उत्सुक भी रहते ...
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... सभी कहानियाँ समाज की रूढ़ियों को लेकर चली हैं और आर्यसमाजी दृष्टिकोण से उन रूढ़ियों एवं परम्परागत प्रथाओं का उपहास एवं खंडन ही ...
... सभी कहानियाँ समाज की रूढ़ियों को लेकर चली हैं और आर्यसमाजी दृष्टिकोण से उन रूढ़ियों एवं परम्परागत प्रथाओं का उपहास एवं खंडन ही ...
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... सभी पद्य की श्रृंखला में प्रतिबन्धि रहते थे । किन्तु आज समय की गति में महान् परिवर्तन हुआ है । परिवर्तन एवं प्रत्यावर्तन की एक ऐसी ...
... सभी पद्य की श्रृंखला में प्रतिबन्धि रहते थे । किन्तु आज समय की गति में महान् परिवर्तन हुआ है । परिवर्तन एवं प्रत्यावर्तन की एक ऐसी ...
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