! २३ ओर डावडा जखसी घोर वें जंको नांव श्रमानुएल देसी Wear प्रभु न्हांके भेजा । २० इंपों भुगतान पर उने जिसो काम्या दोनों में युक् २५ नोंदसूं जागर तिस्यो करर आपको बडनें लोनी । लेर उको पेंडे डॉवडा जयकें अगाडी जंको बडग्यांन नही कमो डंपरों उं डावडाको नांव यिशु दोनो । २ दूजी पानो। हेरोद राजाका काल में चिन्नुः यक्ष दाह देवकें बीत लेखेम्में जन्मको बेला देवो पंडित मूरद २. देव विमलम् में काया कोर वां कयो के जको विद्य को राजा जन्म्योों ज करें क्योंस पूर्व दिओमें उका तारा में देवर हे उंको पूजा करने आयी । हेरोद राजा ग्रीकथा सुखर मोकलो विराजी भवेो वीर 8 में भेजा समना हिमालमवासीपिय । पगला ठाडाचाराने घोर लोग के भवयवाचानें भेजा करर ५ उवाने पूज्यों के खोट करें जन्मी । व िकयों के विकदाह देशका वीत्लेखेम्मै क्योंस निमितियांस उस्यो निबोरों के ई है जिदाच देशका बोत्तलेखेन स विशदाद के सिकेदाराके ? तिथमें मोकलो मोनो नर्ते क्योंस लेंसूं एक लोग सिकेदार ७ उपजसी में अको हाँका धिर्भराएल लोगाने पालसी । तद हरीद पंडिताने एवं तमें बुलायर ताराका उदयको काल में ८ ठोकतरे मू । इंकपों वनेिं बीतलेखेम्में मेलर बोल्यो के जाबर डावडाने काठे। सोभो और जद उने लाघो वह रमने ठोक करो के कंपिय जायर उंको भजना राजाकी कथा सर चाल्या गया और देखो जी ताराने वf पूरब दिशा में देष्यों को उतारा जायर डावडाको जागा १० के उपर पोतय तोड़ी वाकै अगाडीर गयो । वें साराने माउ मारिया भेला जं डावडाने देव्यो ओर बंनगा करद जंको भजन करा इंकेंपों श्रापको धनको गाँठो बोलर १२ उ सानो र लोकशन फोर सेलारस भेट दीना । इंपों फेर घेरे मेंडा नजाने सुपनामें भगवानसं उपदेन परपोड़ा ऊयर वे दूजामारगसूं आपका देश में गया । वें गयधर्ते देवा भगवानके हलकारें सुमन में घुसक कनें प्रगट जयर कया के उपड डावडाने श्रोर उंको माउने र मिसर में भाग बोर जठालोडी ऊं तनें न कर्ज सबतोडी उठें ऐं क्योस डावडा में जीया मारण बेई हेरोद उन १४ साभासो । उपनें उनका उठर डावडानें और जंकी १५ माउने र मिसर में गयो । और ऐरोदके मरतेोडी उठें रयो के निमिवियासूं भगवान जका कथा कधी टो कें मिसर सूं में बाथका डावढानें बुलायेों सु परवारीजाय । वदः हेरोद जद देष्यो में आप पंडवांसूं व्यारो की डोविद मोकलो बिराजी करे ओर बोस लेखेम में कोर जंकी सगली सीं में घर मेंवर जीबेला जानता पंडितां में पूब्पोरे। तदसूं दोयसाल का घोर अँसूं नांना समल डाबडाने मारनाच्या वद यिरमियाह निमितिया १८ कयोडो कथा चोडें कई में रामा एक साद सुख्खा गये। अथवा, हाहाकार और रावणेो वा मोकला भूरा, राखेला भ्रामका डावडाबेई रोवे घात नसों क्योंख वें डावडा १८ नही ! देवो भगवान के इनकाराने मिटर २० में सुपनामें युसफ्नें दिवाले दोनो वा कयो के उड 'डावडा वा जंकी माउने ले और विभाएन् देशानें जा क्योंस डावडा जोया मारसने ज्यां सोख्यो वें मर गया । २१ परें उ उपडर डावडानें और डंकी मानें कोनो ओर धारलेला उम् आपका बाभा हेरोदना ठिकाणामें बैटर राम करें तद उठे जांयनें बोहा लेर सुधनां में भगवान ' तूं उपदेन करोडों यर मुडर गालिलो देश में गयो । ११ चोर नागरेत् नांवकें एक नगर में बस्यो के निमितियां सूं कयोष्ठी कथा घरवारों के उ माजरेन नो में विष्यात अस्ते । १ तोजो पानी । उबेला योहन् डुवीदिरावे जे ढेरों देवार और स्वर्गका राज नेडा बे ३ सूं मनोका २ तर यदाहक जोडमें बायो क्योंस को उले के ओंका फायदामें विभाई या निर्मितिवास कोडो के जे डमें चिसलीमार वाला एक लोगको श्री साद वें के विशदको 8 मारग प्यार करे। उको मारंग पाधरो करो । 'उ चाहन् उठेका पद्ममका माभासूं बणाव करोडो को बोर की कड़में चमिडोको कमरबंध। पिय बंध्योडो में और उको घांबो टिड्डयां # संत । तद विरुभावम् और विदा देव बोर जोड या सगला लोग और सरदन के मैडागवाला लोग उन्हें ई करें जायर आपका पाप श्रारकर उसूं बदन में डब ७ मासोडा डयर उंको डुबोदिरावसमें फारिमिय के बोर सादुकियांका मोकला लोग आपता देवर उं वनि कयो के है सापकार्थरवार होनहाररीससू भागसने की थानें उपदेन भो । इंबई मन मोडलको उचित फल फलाव और श्री मनमें केराने मतो ठेदाय के आवरतान् महांको वाभो कोस थाने कउंट के भगवान यां भाठान खानर हाम् १० के डावडीनें उपजांग सके। औरपि श्र कुवाडी संघाको गडमें लगाया जाय इस चावेंसो रंघ पोट माजन माला ११ सू बाबा जायतें और बासदेमें नांव्या गायों । मन मोडया में ऊं घनि पाँणोमें टुजी दिराउंनु सही बेर को दारे ૧૩ का लाटीने काठा साफ करसी बोर आपको कोठीमें गोज भेला करसी लेर वावको बासदेमें बालसो के जको कदेई न बुझासो । तद विभु गालिजिस यरदन्में मोहन के नेडो उंसू डुबो १०. डो होखने चायो लेर येरहून उंनें का केंर बरो में धारा हाथस् डुबोदिराबोडी होयो ममें बाजिबी में कोर करंतू १५ न्हारे नेंडेा श्रावेंरें। बिनु उथलो देर उन को के ई होम देवो कोसि सगला धरम इस परवारो न्हांनें वानि १६ बोलें तद उं उने करण दोनेो विभु डनोदिरा थोडा जबर उही बेला पांयोस्' को और देव उकेकतें स्वर्ग चल्यो घोर पारेवाइस्यो उतरतो थोर उकेंउपर जावोनेडो उं 'भगवान श्रात्मानें देष्यो। ओर देवे। स्वर्गसूं का केंखवालो एस साद शवों के उ म्हारो मोटोबाला डविडो के जींसू ॐ मोना राजी 8 चौथो पांना । - तद यिन्नु भोडासूं कीमत होणने जोड़ में धर्म्मीसू तांख्यां गया । थोर चालीस दिनररात पोषध करर उकेंपों भूषा जवा । कोमनकर वालाने उके नेडां चायर कया के घर तू भगवानको डाबड़ो तो 8 आग्या कर के को सगला भाठा बाट्यां कें । उ फेर उथला देर बोल्यो श्री निष्यों के आदमी घाको बाटोस न उबर ५. सी लेर भगवानका मुंडास कप्पोडी चा वैसा वायसू । तद ६ मोडो उने निर्मल नगर में लेजायर भगवांनके देवरायें एक कलसउपर बैठायो र उने कयो के कार तू भगवानको डावडा में तो चापनें तलें पटक क्योंस को लिब्योरे के उ 'हाथमें तर्ने कम सो क्याजाणा कोबेला तू श्रापको प ७ भठाउपर लगावें । यिन्मु उने कयो फेर को लियोनें के त बायका भगवान विज्ञ की पर मती करें। फेर मोडा उन मोटा उंचा एक परबतउपर ले गयो चोर संसारको सम मो राज वा डंको माया उबे देवाली । घोर उने कयो समला के तनें देस्य कार तू बनला करर मनें पूजसो ! १० वद विनु उर्ने कयों के हे मोठा बलगो के कोसि म्रो बिष्यों के आपका भगवान बिजहर्ने पत्र ओर घाली उमे सेव । १९ तद मोहें उन गयो बार देवा घरों बायर उकी सेवा जद सुख्यो येोचन भागसी में राष्यो गयोों तद गालि लिनें गया बोर नाजरेतूने गडर प्रायर दरियावयों किना रे जेबूलन् कोर नफ्वालीमकें सोचमें कफरनखम् में रयेो १५ में मका कथा विमाश्या निमिविये कईलो वा परवारी के जिबूलम् वा नक्तालीम् देन और दरियावकें मारगमें १४ यरदनकेँ उं किराडें दुजादेमवाल के गालिनि अथवा जके १५ लोग अंधारा में बैठा वा वो मोटा चनियो देष्यों और मेव काम वा गया में बेठवाला कानी चानयो चोडें जा । १७ तदर्स यिन्नु फेरी करसनें बोर करानें मांड्या के मन १८ मोड यस वर्गको राज डालें। बिनु गाजिनिके दरिया वर्षों नेडो घिरतो दरियाको फास मांतोडा दोन्या भा 'याने देव्या अथवा पितर नावस् नौवोक ओमन और १९ का भाई जुनें क्योंस में पारधी बा। जं दाने का के बारे पिगडी जावो और थाने ऊं आदमीकड वॉली २० प्रारंभी करस्यू वां भाट फास बीडर उर्जे पिठोडोर मया । ११ ॐ उजागांत जातोर आपका बाभा जेवदिकें भेला नावमें मासको सांतर करता दुजा दोन्यां भायाने देण्या अथवा |