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ऊं माकि दोनियासू जावर थांकें नेडा पोतस्यु कोसि ई मनें माकिदोनिया देर जांयोगे । ओर जय सकें कें थकें कनें रअं बोर तोघिण बाढस्यु के ऊं जीं किणी जागा में जांउं उं जांगामें हारो उपगार थे करो । कोस अबें ऊं मारग घांके भेजा मेला नकरस्यु लेर भगवान अर करण देवें तो थांकें भोलो कित्ताक दिन रेंगनें न्हानें उमेद्र लेर पेंन्तिकलवाडी ऊं एफीसससे रेंस्यु कोस मोटा वा हारेंबेई घोलेंवें घोर बेरी

र कायदादेवाला एक बार

१० पिया मेकला लें ।

अबें तिमोतियस् बर यावें तो निघेवांन को के वे घांकें भेला ११ निडर है क्योंस जिला ऊं तिथा उधित प्रभुको कांम करें

बें। हुबेई कोई उर्ने धनादर नवरें लेर सारे साबत!

उने बिदा करे। कें उ व्हा रेकनें यावें कोसि भायांकें भेजो १२ उंकें व्यविणको ऊं बाडजेाउं । न्हाका भाई आलस्

को या कथा में भायां के भेला थांफेंकनें जांयनें में डंकी मोकली विनती करो पथ अवें उके जयकी हि मनसा नरें तोपिय उर्ने ठालयी होस् उ जासी ।

१३ यो देवो प्रतीतमें निस्तल रहो श्रादम्यां सरोको करो १० हिम्मतवंत को । थांका सगला कांम प्यारस करया दाय। हे भायां थे स्टेफानस्कें कविला जांजे के उ श्राखायाको पैलडा फलों छोर वें मुन्यवंत लोगांकें सेवामें १६ रोजीना लैलोन जवानें । इंबई जं याचना करंतु

१५.

कें थे इंतका चादम्यां वा न्हांके चावेंसो उकरासी वा १७ कांम करणवाला लोगांकें श्राग्यावंत फें।

स्टेफानस् वा यर्तुनावस् वा श्रखाइकसके नातू म्हारी राजों क्यों स १८ था जो २ घटतो वां परदासोगे । वांणि म्हारी

यात्मानें वा घांकी' श्रात्मानें ठंडो को इंवेंई इंतका

१९ श्रासोयाको सगली टोलो थांनें बनथा करेंगें माकला वा अकला का वांकें पामें जको टोलीरें में प्रभुमें घनेिं मोक २० लो बंगणा करेंगें । जित्ता भाईनें वें धांनें बनवा करेंगें थे निरमल वाक्यो लेर एक लोग दूजाएक लोगनें बंनया

करो । २१ ऊं पाउल आपके हाथको लिब्यो मा ग्हारो बनया ।

घर कोई लोग न्हाका प्रभु बिमुखोटने प्यार नकरें तो उ २२ लोग श्रानातिमा मारानावा के । न्हांकें प्रभु विमुखीक २१ को अनुग्रह थांवें उमर में । 1 म्हारें प्यार खोट विदुमें घां सगलीउपर । चामिन् ।

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करितिको टोली और सगला आखाइया में जित्ता

पुन्य बंत लोग वांकेंकनें भगवानको रुचसूं विमुखोटको हल २ कारो पाउल् चर तिमोतियस् भाई कागद लिखेंरें। भग वन न्हाँको बाभो वा प्रभु विन्मुखोष्ट यांसूं अनुग्रह वा मंग लोक थांकेंउपर के ।

३. भगवन अथवा न्हांको प्रभु विमुखोटको बामो दया उपजावालो नाभेो ओर सगली वातरोदेंणवाला भग 8 यांनको खुति में कें जको म्हां सगलो तास समें न्होंनें घातरी करें के व्हे जीं घातरोस् भगवांनकें करण आप सन्ति फेंठें उंसू किणो तरें कट में पड्योडा लेोगांनें बातरी ५. करणने काठो के । कोसि जिसी खोटको तोसीस हांके बिचमें बत्तीसें तिसोपिस खोटस् जका घातरी वें बत्ती ५ फेंटें । हे कार दुखो में तो उ थांकें घातशे वा उदार बेई ों के जकें कष्ट म्हे भोगवां उं कष्टको सेंस' फायदावालो ठें अथवा जका वातरो लावै वा थांको घात वा उदार बेई फेंवें । चोर थे जिस्मा उं कष्टका सरोकीं गे तिस्थो इं घातरीका सरोको जस्मा था जांगर थांका फायदा से हांको जवा उमेंद उ निस्खलनें ।

कोस है भाया या सियामें म्हाके उपर ज्ञको टंटे घड्यो

भरोसो न रहें इसा दयोडाटा थे जके उं वासवेलो में न ८ जानकार रहो को हांको मन नही । कोस है आपके विषमें मोतबेई श्राग्या नाधोरों के न्हे आपके उपर प्रतीत दकरां श्रर मरयेोडा श्रादम्यांनें उपाडवाला भगवांनमें

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१० प्रतीत करां के जो इत्तो करसेाजें वा छुटकारो करें वा उ जको बुटकारो करसो ११ जोंमें होनें का प्रतोवयिणों । थेपिय न्हांकेबेई याचना करर एकोबार उपगार करे। के मोकला यादम्यांको बांच सूं न्होनें जë दांन दोनागयाळें उसू म्हांकेबेई मोकला कें करण स्तुती फें।

१२

क्योंस न्हाको ब्रानंद ओ म्हार्के मनकें सावता भग वनिकें पूजालायक बिगर कुटलपणांस डोलको बिद्यास नही बेर भगवानका अनुग्रहसू हे ई संसार में रीत करी १३ पण सगलांसूं बत्तो थांकेंकनें करपाळें । क्ोसि थे जके भगोत्रो वा आरे करी बोवा ऊं प्रतीत कष्ट के थे बेव डातोडो आरे करस्यो जंके बियर ऊं दूजिकांई कथा लिखें ९४ नही । थे जिथेो एक अंममें बारे करसों के हे जि

थांकें आनंद करणको कारणों तिस्यो थेपिण प्रभु बिन्नुका दिन म्हांके आनंद कें कारण स्थो ।

९५ या प्रतोष करर में ऐंजडा थाकेँ दूजाभला बेई थांक १६ नेंडो जांणनें वर थांकें कर्नास माकिदोनियां में जानें वा

माकि दोनियांसू फेर थांकेंकने अविने वा विदाह देभमें म्हांरो जको जाये उंमें थांका उपगारसूं आगेन घणो धामुं १७ । इंबेई ऊं इसो मनमें ल्यायर कांई हालकोकरर

मानोळी अथवा में जकें ठेराया वें कांई डोलकें माफक ठेरा १८ या अं के म्हारेंकनें हां हां नहीनही फें। लेर घर भग

वॉन साचो त थांकेंकने म्हांरो जका कथाळी वा हें नही

कथा न्ह बांसू अथवा म्हारे वा सल्वानस् के वा तिमा तियस्कें बांहस् थर्किकनें चोडें करोडो वो वा बें नोत्रेंन २० गनेर उके विचालें बा । क्योंस भगवानको स्तुती हां

होखबेई भगवानके। सगलो काल डंमें बेंवा उंमें छा मिन् २१ है । वे जो थांकें भेजो न्हांनें खोट में निम्मल करेंगें २२ वा हांवों अभिषेध करेंतें उ भगवान के जों न्हांके उपर बाप घेपो वा आत्माको साई व्हांका मनमें दिनोबें ।

२१

अनें ऊं आपको आत्मा उपर भगवनको सायदी क ट के थानें दोषी न करकें कारण अं अवाहंतोड़ी कर्टि २० तीमें गयो नही। थांका इतवारउपर के व्हांको धणि यापों सो नही पण म्हे थांका आनंदका यारां क्योंस थे प्रतीतमें निस्तल गे ।

२ दूजी यांना । —लेर में आपका मनमें निस्सें करने ५ कें ऊं गदगदा जयर थांकें गेंडा फेर न जांजं । क्योंस

कार ऊं थांनें चिन्तावान करांउं तो जको लोग म्हारा करण ३ सू' चिन्तावान में डंकेंबिगर मनें कुए राजी करावें । ओर में

यांकेंकने लियोनें क्याजांया व्यांका फायदा में म्हानें अनंद करणो ठीक म्हारे प्रवणको बेला वांसू कट मावु और म्हारो जका राजोवा थां सगलांको राजी हारि श्रा प्रतीत , थां सगलांउपर में। क्योंस में मोकला श्रांस घटकर मोकलि तोसिस वा मांयला कसूर थांकेंकनें लिम्पोर्ट के थे चिन्तावान को इंबेई विष्योनें सो नही बेर थे म्हारो प्यार जोशो के जक़ो मोकलो मोटो थांकेंडपरतें । ५. लेर कार किमि दुख दिनाक तो ड्रं बिन एक यांति वत्तो मनें दूब म दोनो के ऊं थी सगजांउपर मोक ६ लो भार नघुः । मोकला श्रदुम्यांस का डंड दो

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