जद प्रभु आपका साधु लोगों के बिचमे स्तुतो पावयबेई वा जोता लोग प्रतीत करेंगें वां सगल में मोकला मन्दिर जांब बेई आसी । तद उं दिन उंवा सांमांसू वा जंकते चचिका ११ तेजस् वांको अनंत विनासूरत तोसिस इसी । इंस् न्हे रोजीना याचना करां के हार्के भगवान यांनें हूं बुलावा लायक जीवसो वा आपका भनाईको अभिलाषी १२ वा प्रतोतसरीचा कांम पांचस परवारो । वें हांके प्रभुयिमुखीको नांव थांके बिचमें सुतीपावें बोर हो भगवांन वा प्रभुमुखीष्टको अनुग्रह माफक थे मिथ जंब्रे विधमें खुती लाभो । का फायदा में वा उफेंकने हे भेला वा होयको बास बेलंंमें काबें व्हे थांसू आ वोनती करां के चांकी मात्मासू २ अथवा कथांसूं अथवा न्हांकेंकनांसू जियो कागद जो तिस्थाई खोटका दिन मेंडा होयको वासवे में कामदसू पिए मनमें बेगा हिलायेोडा नको वा पदव्य्याया न को । ३ कोतरें कीनेंईपिण थांनें भुलावयमें मतो दोच्यो को समार भुलणो मेलडा न होणसूंड पायपुरष कथवा घोजगया की 8 डावडो घोडें न हो यस् को दिन ग्रासी नही। केज के भगव नका नांव. विष्यात जित्ता वा पूज्योंडा जिला यो समल के बेर में वायां सगलउपर चापनें उंचा करेंतें में ग्रामी जको भगवान का चेर्डे करतार भगवनइस्या भगवान ५ के देवरामें बैठेलें । थे कोई चितारो मही के जद जं थकिने गे मद में थांनें का कथा कहोगे ओर थे जो के उ. पापपुरुष कायकाकालमें चोडें होने को २ ७ बरतें। क्योंस अवधार्थको भेद कायदावाले कर्वे होल लेगयेोडो होतोंडी बरजसो । उ जवांपों उ बिगर फतवावालो चाडें ऊसो के जीनें प्रभु अपणो आत्मासू संधार करसी वा छापका श्रावणका तेजस्' घेोजगमा ८ सो के को छांवो मोडाके करण केंमाफक सगलो. १० पेचि वा लक्षण वा कूडा अटेरा कांमांसूं । वा बिगाड · के लायक उद्धार के लोगांमैपिंग का यथार्थका सगला पेचसू वें क्यसि उद्वार लाधणबेई बां साचकों प्रीत बारे करी ११ नही। इंसू भगवान मोटी मायानें धोकेंकनें मेलसी । १२ के कूडो पंतियारी करें के वें सगला डंडयेाग्य के के चां साथमें प्रतीत नकरो लेर अयथार्थकांममें राजो जवा । १३ लेर हे प्रभुमे बालाभायां थांका फायदामे भगवांन केकने रोजीना तुती करने व्हांने निस्तेनें क्योंस आत्मा को निर्मजतासू' वा साचको प्रतीत करणसूं भगवान उ १० द्वार लाधणबेई पैलडाता थांने सहराया े । जकेबेई उ म्हाके प्रभुयिमुखोटको खुती जाधणने थांने मंगलोक कथां १५ सू' बुलाया। इंबे हे भायां घे निस्सन को वा ज व्यावहार में थे कथा अथवा कागदस सोष्योडाटा १६ उही यवहार माना । अबे म्हां प्रभुविमुखोट आप वा बाभो भगवान के जी म्हांनें प्यार करो बे वा अनुग्रह १७ सू ं छक्षय घातरो वा उत्तम भरोसे। दोनोगे उही थांका मनको घात करे कोर चावेसो चाम्रोकथा वा कामसू थाने निस्ल करें । ३ तोजो पांनो |- बेवडे हे भायां न्हांकेबेई भ्रा याचना करे। के भगवानको कथा जिसी थांके बिचा लें चालेंनें उईतरें बिगर ढोलपसू चालें वा मचातम २ । ओर हे बिगरकाकलो वा दुरजन लोग सूं लुटकारे प्रतीत नायकों के जो थानें निस्तें करसी वा पायसूं रुषा • लसी । प्रभु हे थांको घासवेलीमें प्रतोत करींग के म्हांका जकेर काम थनिं चाग्या करांगं थे वें कांम करो ५. गेवा करस्यो । छोर भगवांनका प्यारस वा खोटबेई ६ सेंयस्' बाडजेवणर्ने प्रभु थांको मन बतावें । हे भायां हे प्रभुविमुखोटका नविसू थौनें याग्या देवी के चावैसेा भाई बोटेंचलय चालेंों वा जका रोत थे न्हांके कनें लाधोत्रें उसा नही थे उं चावेंजीं लोग न्यारा हो । ७ थे जो के न्हांकें पिलाडो चालको थोको कांई निस्लें क्योंस थांके बिचमें हे बोटीचाल चालां नहीं । ओर को कोईपि बस्तु मुफत खाई नहीं लेर रातर दिन उद्यम वा देनगी करर कांम करो के थांकें किंकेईउपर पि भार न देवां । हांको मुंडो को नही सो नहीं १० पण थांके वांनगी होण बेई के थे न्हांकें पसरो को । क्योंस जद हे थांका साथ तद श्राग्या करोगे के घर कोई ११ लोग कांम न करें तो उ घावणें नघासी । क्यास हे सुखां at के थांके बिचमें कोई घोटी रोतमें चालेंरें वा १२ काम करेंठें नही लेर दूजाके कांमको चरचा करेंगें। इंबई म्हांका प्रभुयिमुखीष्टको नांव लेर थीनें ग्राम्या वा सोचा वण करtai के वें त्रिगरदुसमणी जयर कांम करें १३ वः ग्रायकोर बस्तवावें । लेर हे भायी थे घोषा कांम १० करणमें मती थाको । वोर इं कागदसू म्हांको जका कथां वें कथां पर कोई न मानें तो उ च्यादमीको ठिकाणे लगावो और डंके मेला कथाबाती मतो करो के उ लजवां १५ । । तोपिय उर्ने बेरोसरियो मतो गियो लेर थे। १६ भाईकें इसो उहें भांडे । अब आंतिदायक भगदांन सगला उणिहारा वा ममलीतरेंस् थांनें आंति लियोडो में पाउलको बनया चावेंजों कागद में म्हारो १० व सेनायों में सरोवो ऊं लिबंधुं । प्रभुविमुखोटको अनुग्रह यां सगलउयर को । आमिन् । १. ॐ पाउल के जको भगवान व्होको तारण्याला वा प्रभु विमुखोट व्हांका भरोसाको आग्यासू विमुखोटको इल २ कारीभुं । भगवसू म्हारें यथार्थ डावडा तिमोतियस् नें लिट हर्क बामों भगवान वा प्रभुविमुखोटसूं दया वा ३ अनुग्रह वा अती थारेंउपर के । में माकि दोनियां को कोबेला तनें एफोअम् में रेयनें जिस्यो कयो उसोई कर 8 में किनाई लोगाने दूजोसोघावय न करनें वा सवेदो वा अनंतीपोटी न मांगने आग्या देवो के जको भगतसू ५. पमर बधारणसूं पण भागडा उपजावेंरें । धाग्याको ओर तंत् साफमनसूं वा चोषामनसूं वा निरदोषी इतबार ए प्यार के जीनें कोई२ बोडर और जरा जर ७ निसें बोलेंों का नजांयर तौरेतका सिवावयवाला होयको च च करेर निकम अदले बदलें घर मुझेोतें । बेर तौ देव साचलोग बेई नही नेर फतवा वा न मांनखवाला वा घोटमारग वा सेवा न करणवाला वा पायो वा असाधु वा 'धर्मरहित वा पितानें मारयवाला वा माउने मारवाला ९ वा खुनो वा पावरबाजों वा धाराद्वारया वा चादमीनें चोरोकरवाला वा भुठो वा कूडी सेसि करयवाला यां सगलबिई चोर सच्चिदानंद भगवांगको जको महावम |