Kāmāyanī ke panneNavayuga Granthāgāra, 1962 - 207 páginas |
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... रूप में ही उपस्थित हुए हैं , चरित्र - चित्रण के रूप में नहीं । हाँ काम और लज्जा ये दो पात्र इस दृष्टि से अपना महत्व रखते हैं । ( अ ) मनु ...
... रूप में ही उपस्थित हुए हैं , चरित्र - चित्रण के रूप में नहीं । हाँ काम और लज्जा ये दो पात्र इस दृष्टि से अपना महत्व रखते हैं । ( अ ) मनु ...
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Bhuvana Canda Pāṇḍeya. रूप और प्रकृति अंग्रेजी साहित्य में रोमान्टिक रीवाइवल के तीन कलाकार वर्डस्वर्थ , 14 शैली और कीट्स कवि के रूप में ...
Bhuvana Canda Pāṇḍeya. रूप और प्रकृति अंग्रेजी साहित्य में रोमान्टिक रीवाइवल के तीन कलाकार वर्डस्वर्थ , 14 शैली और कीट्स कवि के रूप में ...
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... रूप वर्णन में , भावुक होते हुए भी दोनों की भावना में अन्तर है । रवीन्द्र अपने कला के चरम उत्कर्ष में , प्रश्न करते हुए किसी अजान के रूप ...
... रूप वर्णन में , भावुक होते हुए भी दोनों की भावना में अन्तर है । रवीन्द्र अपने कला के चरम उत्कर्ष में , प्रश्न करते हुए किसी अजान के रूप ...
Términos y frases comunes
अपना अपनी अपने अब आज आदि आनन्द इस इसी उस उसका उसकी उसके उसमें उसे एक कभी कर करता है करती करते करने कर्म कला कवि कवि ने का काम कामायनी काव्य किन्तु किया है किसी की की ओर कुछ के रूप के लिए केवल कोई क्या गई गया चित्र चिन्ता जब जा जाता है जाती जिस जीवन जो ज्ञान तक तथा तुम तो था थी थे दर्शन दिया देख देता देती है नहीं नारी नियति पति पर प्रकृति प्रसाद जी ने प्रेम फिर बन भाव भी भीतर मनु को महाकाव्य मानव में में ही मैं यह यही या रस रहा है रही रहे रूप रूप में ले लेकिन वर्णन वह वासना विश्व वे शिव श्रद्धा के संस्कृति सकता सत्य सब सर्ग में सा साहित्य सी सीता सुख सुन्दर सृष्टि से सौन्दर्य ही हुआ हुआ है हुई हुए हूँ हृदय है और है कि हैं हो होकर होता है